आपकी बिज़नेस के लिए वेबसाइट आवश्यक क्यों?
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दिन पर दिन बढती इन्टरनेट और लोगो का जागरूकता देख – वेबसाइट का महत्व समझ में आ ही जाती हैं | आज छोटे बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक इन्टरनेट से जुडा हुआ हैं – इन्टरनेट को वो या तो मोबाइल के माध्यम से या कंप्यूटर के माध्यम से प्रयोग करते हैं | तो समझने वाली बात ये हैं की इसमें वेबसाइट की क्या उपयोगिता हैं ?
तो मैं आपको बताना चाहता हु कि जब कोई यूजर इन्टरनेट पे किसी भी विषय पर सर्च करता हैं तो वह वेबसाइट पे ही पहुचता हैं जंहा पे उसको सारी इनफार्मेशन मिल जाती हैं |
वेबसाइट भी कई प्रकार के होते हैं- इनको निम्नबत दो भागो में बाट सकते हैं
१- स्थैतिक वेबसाइट (static website)
वेबसाइट जिसको यूजर अपने मुताबिक चेंज नहीं कर सकता इसमें यूजर को डेवलपर पे निर्भर रहना पड़ता हैं |
२- डायनामिक वेबसाइट (Dynamic website)
इसमें यूजर अपने प्रोडक्ट या सर्विसेज, इमेजेज को अपने मुताबिक चेंज कर सकता हैं | ये थोड़े महंगे होते हैं पर आपके काम को बहुत ही आसन कर देते हैं और साथ ही साथ आत्मनिर्भरता बढती | बिज़नेस के पूंजी के उतार चढाव का भी आकलन करने में सहायक होते हैं |
प्रश्न : -ये बात भी सही हैं जी कि वेबसाइट दो प्रकार के होते हैं – आपकी बात मेरे के समझ में आ गयी हैं डायनामिक वेबसाइट वेबसाइट बेहतर होते हैं स्थैतिक से, पर क्या ये मुझे बिज़नेस दिलायेगे मुझे कस्टमर दिलवायेगे ?
उत्तर : अवश्य दिलायेगे – मैं आपको समझाता हु कैसे ? श्रीमान अगर आपको किसी भी बस्तु या स्थान या सर्विसेज की आवश्यकता होती हैं तो सबसे पहले आप क्या करते हैं ? सीधा सा जबाब हैं इन्टरनेट पे जाते हैं गूगल में टाइप करते हैं और जो वेबसाइट सबसे ऊपर आती हैं उसको खोल के रिक्वेस्ट करते हैं |
अब जरा सोचिये अगर आपकी वेबसाइट सबसे ऊपर हो तो ? – हम्म समझ गया ढेर सारे कस्टमर की लिस्ट मेरे पास आ जाएगी | यानी बिज़नेस .....
प्रश्न : पर ये संभव कैसे हैं ?
उत्तर : ये भी संभव हैं – इस प्रक्रिया को सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशनर (SEO) कहते हैं | ये भी निम्नवत दो प्रकार के होते हैं |
१- रासायनिक (Organic SEO) : ये सस्ती पर धीमी एवं उपयोगी और लम्बे समय तक ठहरने वाली प्रचार प्रक्रिया हैं |
२- भौतिक (Inorganic SEO ) : ये महंगी तातक्षणिक प्रक्रिया हैं - बजट के साथ- साथ प्रचार प्रक्रिया हैं |
प्रश्न : इन दोनों में से हमे कौन सा प्रचार प्रक्रिया लेना सही होंगा |
उत्तर : ये बिज़नेस के नेचर पे भी डिपेंडेंट करता हैं | मेरे राय से प्रारंभ में में आपको दोनो सर्विसेज के साथ जाना चाहिए | फिर २ या ३ माह के बाद सिर्फ आर्गेनिक बिधि से जाना चाहिए |
प्रश्न : ये आर्गेनिक और इन-आर्गेनिक होते क्या हैं ?
उत्तर : आर्गेनिक गूगल की फ्री सेवा हैं जिसमे आपको पर क्लिक के कास्ट पेड नहीं करने पड़ते | बस आपको रिसोर्स का कास्ट पेड करना पड़ता हैं | जो आपकी वेबसाइट को ऊपर लाने के लिए काम करता हैं | वही इन-आर्गेनिक गूगल की पेड प्रक्रिया हैं | जिसमे आपको हर क्लिक का चार्ज आपके डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड से कटता है | यह पेमेंट डायरेक्ट गूगल के अकाउंट में जाता हैं | यह पेड प्रचार प्रक्रिया हैं | अगर आप इसको किसी कंपनी के माध्यम से करवाते हैं तो आपको कैम्पेन सेट करने और मेन्टेन करने का चार्ज पे करना होता हैं |
अगर आप वेबसाइट डिजाईन – डेवलपमेंट या सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन की सर्विसेज उचित मूल्य पे प्राप्त करना चाहते हैं तो संपर्क करे –
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